भक्ता-मर-स्तोत्र १२४
हाई…को ?
कृपा बनाये रखना ।
पुरु जुग शुरु शरणा ।।१।।
कृपा बनाये रखना ।
नैय्या कवि कोविद् तरणा ।।२।।
कृपा बनाये रखना ।
नौसीखों में मेरी गणना ।।३।।
कृपा बनाये रखना ।
स्तुति आप नाप गगना ।।४।।
कृपा बनाये रखना ।
रही धका तोर लगना ।।५।।
कृपा बनाये रखना ।
धकाती वो पाछी पवना ।।६।।
कृपा बनाये रखना ।
जाप आप पाप हरणा ।।७।।
कृपा बनाये रखना ।
अमूल छू धूल चरणा ।।८।।
कृपा बनाये रखना ।
पद्म मैं ओ ! सूर्य किरणा ।।९।।
कृपा बनाये रखना ।
भाँत आप मुझे बनना ।।१०।।
कृपा बनाये रखना ।
नूप रूप चोर नयना ।।११।।
कृपा बनाये रखना ।
सुन्दर सत् शिव रचना ।।१२।।
कृपा बनाये रखना ।
मुख भाँत आप जग ना ।।१३।।
कृपा बनाये रखना ।
लाँघें गुण तीन भुवना ।।१४।।
कृपा बनाये रखना ।
चितवन जित ललना ।।१५।।
कृपा बनाये रखना ।
दीया तले अंधेरे बिना ।।१६।।
कृपा बनाये रखना ।
भानु बिनु राहु ग्रहणा ।।१७।।
कृपा बनाये रखना ।
कला चाँद एक कम ना ।।१८।।
कृपा बनाये रखना ।
नूर शशि सूर हरणा ।।१९।।
कृपा बनाये रखना ।
वंश हंस धी आभरणा ।।२०।।
कृपा बनाये रखना ।
न और मैं तेरा अपना ।।२१।।
कृपा बनाये रखना ।
नम न, माँ और नयना ।।२२।।
कृपा बनाये रखना ।
पल चला-चल शरणा ।।२३।।
कृपा बनाये रखना ।
बुद्ध, रुद्र, विशुद्ध मना ।।२४।।
कृपा बनाये रखना ।
ब्रह्मा, विष्णु, काम दहना ।।२५।।
कृपा बनाये रखना ।
अरिहन्त सिद्ध श्रमणा ।।२६।।
कृपा बनाये रखना ।
शोष दोष कोष शगुना ।।२७।।
कृपा बनाये रखना ।
अरु तरू वपु कंचना ।।२८।।
कृपा बनाये रखना ।
सिंहासन स्वर्ण वरणा ।।२९।।
कृपा बनाये रखना ।
स-चमर अमर गणा ।।३०।।
कृपा बनाये रखना ।
एक छत्र राज लखना ।।३१।।
कृपा बनाये रखना ।
भेरी फेरी तीन भुवना ।।३२।।
कृपा बनाये रखना ।
गन्धोदक बर्षा सुमना ।।३३।।
कृपा बनाये रखना ।
भा-मण्डल भौंं-भौ दर्पणा ।।३४।।
कृपा बनाये रखना ।
नैन दिव्य दिव्य वयना ।।३५।।
कृपा बनाये रखना ।
तर पाद पद्म रचना ।।३६।।
कृपा बनाये रखना ।
अनन्येक सम-शरणा ।।३७।।
कृपा बनाये रखना ।
भै गजेन्द्र अपहरणा ।।३८।।
कृपा बनाये रखना ।
पंचानन भै विहरणा ।।३९।।
कृपा बनाये रखना ।
हरतार दव अगना ।।४०।।
कृपा बनाये रखना ।
भै हरणा नाग नागिना ।।४१।।
कृपा बनाये रखना ।
विहरणा भै रणांगणा ।।४२।।
कृपा बनाये रखना ।
करतार हार दुश्मना ।।४३।।
कृपा बनाये रखना ।
भै जलीय जन्तु हरणा ।।४४।।
कृपा बनाये रखना ।
करतार नीरोग-पना ।।४५।।
कृपा बनाये रखना ।
विहरणा वध बंधना ।।४६।।
कृपा बनाये रखना ।
भाँति भाँति भीति हरणा ।।४७।।
कृपा बनाये रखना ।
अपना न और सपना ।।४८।।
भक्ता-मर-स्तोत्र १२५
हाई…को ?
शरण, तुम चरण ।
आदि भव व्याधि हरण ।।१।।
शरण, तुम चरण ।
सौधर्म नौ पार करण ।।२।।
शरण, तुम चरण ।
दयार्द्र माँ भाँत नयन ।।३।।
शरण, तुम चरण ।
पार गुण मात्र सपन ।।४।।
शरण, तुम चरण ।
साथ भाँत पाछी पवन ।।५।।
शरण, तुम चरण ।
एक बल निरबलन ।।६।।
शरण, तुम चरण ।
सुमरण पाप हरण ।।७।।
शरण, तुम चरण ।
हन व्यथा कथा श्रवण ।।८।।
शरण, तुम चरण ।
धूलि करतार चन्दन ।।९।।
शरण, तुम चरण ।
बढ़ रस पारस धन ! ।।१०।।
शरण, तुम चरण ।
ठिया जिया पथ नयन ।।११।।
शरण, तुम चरण ।
जोड़ और ही रजकण ।।१२।।
शरण, तुम चरण ।
मुख अपहर नयन ।।१३।।
शरण, तुम चरण ।
मिस गुण नापा गणन ।।१४।।
शरण, तुम चरण ।
अभिजित शर-सुमन ।।१५।।
शरण, तुम चरण ।
दीप अनबूझ पवन ।।१६।।
शरण, तुम चरण ।
सूर नूर अगम्य धन ! ।।१७।।
शरण, तुम चरण ।
नित्योदित चाँद पूरण ।।१८।।
शरण, तुम चरण ।
चन्द्र-भान तमहरण ।।१९।।
शरण, तुम चरण ।
अलौकिक तीन रतन ।।२०।।
शरण, तुम चरण ।
मिलन हुआ दया औरन ।।२१।।
शरण, तुम चरण ।
माँ तारण अवतरण ।।२२।।
शरण, तुम चरण ।
पाथ सुख हाथ करण ।।२३।।
शरण, तुम चरण ।
नाम नेक एक भगवन् ।।२४।।
शरण, तुम चरण ।
रुद्र, बुद्ध, विशुद्ध मन ।।२५।।
शरण, तुम चरण ।
अरिहत सिद्ध श्रमण ।।२६।।
शरण, तुम चरण ।
दोष दूर अदूर गुण ।।२७।।
शरण, तुम चरण ।
वृक्ष भी अ-शोक क्या जन ।।२८।।
शरण, तुम चरण ।
सिंहासन पार्श्व रतन ।।२९।।
शरण, तुम चरण ।
सचॅंवर अमर गण ।।३०।।
शरण, तुम चरण ।
राज एक छ्त्र भुवन ।।३१।।
शरण, तुम चरण ।
गाजे बाजे भी’ सम्मेलन ।।३२।।
शरण, तुम चरण ।
गन्धोदक बर्षा सुमन ।।३३।।
शरण, तुम चरण ।
भामण्डल भा संगठन ।।३४।।
शरण, तुम चरण ।
नयन ‘भी’ भीजे वयन ।।३५।।
शरण, तुम चरण ।
पद्म पाथ विहार क्षण ।।३६।।
शरण, तुम चरण ।
हर-जन सम-शरण ।।३७।।
शरण, तुम चरण ।
हाथी सर उठाये वन ।।३८।।
शरण, तुम चरण ।
पंचानन भीम गर्जन ।।३९।।
शरण, तुम चरण ।
दृग् तरेरे दावा अगन ।।४०।।
शरण, तुम चरण ।
सर्प काल कराल फन ।।४१।।
शरण, तुम चरण ।
सर चढ़ के बोले रण ।।४२।।
शरण, तुम चरण ।
अकेला मैं, रेला दुश्मन ।।४३।।
शरण, तुम चरण ।
मॅंझधार बीच तरण ।।४४।।
शरण, तुम चरण ।
रोग हाथ पाती मरण ।।४५।।
शरण, तुम चरण ।
मंत्र-मूठ धूल-मोहन ।।४६।।
शरण, तुम चरण ।
लग ताँता बाँधा विघन ।।४७।।
शरण, तुम चरण ।
‘मान तुंग’ नम नयन ।।४८।।
भक्ता-मर-स्तोत्र १२६
हाई…को ?
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
तीर्थ पुरुम ।।१।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
जै सौधरम ।।२।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
आश अंतिम ।।३।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
गुण अगम ।।४।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
भक्त शरण ।।५।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
नौ पाल सम ।।६।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
विहर तम ।।७।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
गिर् सरगम ।।८।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
कथा संगम ।।९।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
काम गो सम ।।१०।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
सुन्दरतम् ।।११।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
जुदा चरम ।।१२।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
‘मुख’ दृग्-नम ।।१३।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
गुण पार खम् ।।१४।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
रम्भा अगम ।।१५।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
तले न तम ।।१६।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
नेक रशम ।।१७।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
पत पूनम ।।१८।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
चन्द्रार्क अहम् ।।१९।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
औ’ अवगम ।।२०।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
चूर भरम ।।२१।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
माँ मरहम ।।२२।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
पुरुषोत्तम ।।२३।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
विजित जम ।।२४।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
बुद्ध, ब्रहम ।।२५।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
धरा कुटुम ।।२६।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
गुण सदम ।।२७।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
अशोक द्रुम ।।२८।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
पीठ स्वर्णिम ।।२९।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
चौंर सुरम ।।३०।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
द्यु छत्र त्रयम् ।।३१।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
औ’ ढ़म-ढ़म ।।३२।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
झिर कुसुम ।।३३।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
भा ‘न रूपम’ ।।३४।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
सुरभी अम ।।३५।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
पंक्ति पदम ।।३६।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
वैर खतम ।।३७।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
गज कुप् गुम ।।३८।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
के’सर नम ।।३९।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
दौ उपशम ।।४०।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
विष प्रशम ।।४१।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
माथ कुम्कुम ।।४२।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
‘री हमदम ।।४३।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
पार सुगम ।।४४।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
देह सोनम ।।४५।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
बन्धन गुम ।।४६।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
भै दावे दुम ।।४७।।
तेरा नाम, न जादू-टोने से कम ।
छोर कदम ।।४८।।
भक्ता-मर-स्तोत्र १२७
हाई…को ?
जै आदि नाथ भगवान् ।
बीड़ा सर जगत् कल्याण ।।१।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
सहाई मॉं हाथ समान ।।२।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
भाँत पाछे की पवमान ।।३।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
एक भक्तों के स्वाभिमान ।।४।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
वृक्ष बेलि-भक्त गुमान ।।५।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
पन्थ सन्त पाँव निशान ।।६।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
मन्त्र हन्त पाप शैतान ।।७।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
कम तेरा न एहसान ।।८।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
मन्त्र कथा व्यथा औसान ।।९।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
लेते कर आप समान ।।१०।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
दर्शन दृग् ज्योत प्रदान ।।११।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
और गौर माटी निर्माण ।।१२।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
जित मुख-मुखाभिमान ।।१३।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
गुण नापे भू आसमान ।।१४।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
विजितेक पुहुप बाण ।।१५।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
दीप अन-बुझ तूफ़ान ।।१६।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
मुख राहु अगम भान ।।१७।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
चाँद नित्य प्रकाशमान ।।१८।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
आगे डग दो चन्द्र-भान ।।१९।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
एक स्थान भेद विज्ञान ।।२०।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
दया और सॉंकें मिलान ।।२१।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
समाँ बेटे माँ पूर्व भान ।।२२।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
मृत्युंजय ! पुरु ! पुराण ! ।।२३।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
जोड़ ‘नाम भले जहान’ ।।२४।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
रुद्र ! बुद्ध ! ‘मानौ’ प्रधान ।।२५।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
श्री जी, सिद्ध व्रति-महान ।।२६।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
एक गुण शगुन खान ।।२७।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
दाता तरु अशोक मान ।।२८।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
सिंहासन प्यारा ज्यों प्राण ।।२९।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
ले चॅंवर देव विमान ।।३०।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
राज एक छत्र निशान ।।३१।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
बाजे बाजे छेड़ते तान ।।३२।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
बर्षा पुष्पों की अप्रमाण ।।३३।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
भाई चक्-भा कोटि भान ।।३४।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
नामे वाणी अमृत पान ।।३५।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
भू पद्मन शोभायमान ।।३६।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
और समशरण शान ।।३७।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
जपा, दफा गज गुमान ।।३८।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
जपा, दफा सिंह हैवान ।।३९।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
दव अग्नि शामक-यान ।।४०।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
जपा, दफा भै लेलिहान ।।४१।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
अपनों का राखते ध्यान ।।४२।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
मुश्किलें दें बना आसान ।।४३।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
जपा, दफा सिन्धु उफान ।।४४।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
हैं फूँकते मुर्दे में जान ।।४५।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
छू बन्धन गा गुणगान ।।४६।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
मेंटे भीति नामो-निशान ।।४७।।
जै आदि नाथ भगवान् ।
भक्तामर शिव सोपान ।।४८।।
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