सवाल
आचार्य भगवन् !
भीतर की आवाज किस चिड़िया का नाम है
आँख मूंंदकर के देखते हैं अन्दर,
तो सिर्फ धड़कन की, साँसों की आवाज तो सुनने में आती है पर यह भीतर की आवाज इसका कुुछ भी अता पता न लगने पाता है
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
जवाब…
लाजवाब
भीतर की आवाज सुन लो
या पैसों की खन-खन चुन लो
दोनों-हाथ न लगने वाले एक साथ
दिन तो दूसरा रात
फूल पत्ती कलिंयों का महकना न चुना
भूल से भी चिड़िंयों का चहकना न सुना
संगन्ध परमात्मा मुझको
क्या मिल पायेगी आत्मा मुझको
इनसे जुदा
है कहाँ कोई, जग दोई दूसरा ख़ुदा
भीतर इन्हीं के, एक मेक होके
वो हँस-खेल रहा है, भेद-रेख खो के
क्यूँ न छकोयेगी, दूरी आसमां मुझको
क्या मिल पायेगी आत्मा मुझको
मैंने जीवन जिया, एक जिन्दा लाश का
किसी का रोना, दिल मेरा न पिघला सका
क्या लग पायेगी माँ दुआ मुझको
क्या मिल पायेगी आत्मा मुझको
सोया भूखा पड़ोसी, किया मैंने अनदेखा
अपनी रेेख बढ़ाने, दी मिटा मैंने दूसरों की रेखा
मैंने जीवन जिया, एक जिन्दा लाश का
किसी का रोना, दिल मेरा न पिघला सका
क्या लग पायेगी माँ दुआ मुझको
क्या मिल पायेगी आत्मा मुझको
फूल पत्ती कलिंयों का महकना न चुना
भूल से भी चिड़िंयों का चहकना न सुना
संगन्ध परमात्मा मुझको
क्या मिल पायेगी आत्मा मुझको
इनसे जुदा
है कहाँ कोई, जग दोई दूसरा ख़ुदा
भीतर इन्हीं के, एक मेक होके
वो हँस-खेल रहा है, भेद-रेख खो के
क्यूँ न छकोयेगी, दूरी आसमां मुझको
क्या मिल पायेगी आत्मा मुझको
ओम् नमः
सबसे क्षमा
सबको क्षमा
ओम् नमः
ओम् नमः
Sharing is caring!