सवाल
आचार्य भगवन् !
चोरी-मोरी की वजह, क्या है ?
कृपया बतलाने की कृपा कीजिए
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
जवाब…
लाजवाब
चोरी-मोरी की वजह पहली,
रूखा जेब,
भूखा पेट
पर जर्रा याद तो रक्खो,
ऐसा चाहा किसी ने,
‘कि पड़ जाये सूजन,
और बढ़ जाये वेट
चोरी-मोरी की वजह अगली,
चादर छाँव,
बाहर पाँव
पर जर्रा याद तो रक्खो,
सुबह से चलते चलते,
साँझ क्या ?
होने वाली हो रात भी,
क्या कभी
तेली का बैल पहुँचा दूसरे गाँव
चोरी-मोरी की वजह असली,
पाप न भीत,
पापिन प्रीत
पर जर्रा याद तो रक्खो,
श्याही लोहे को बना अपना यार
खा रही कल्पनातीत मार
अग्नि परम पुनीत
की मैंने खोज
देर रात तलक, जागकर रोज
तब चोरी-मोरी की वजह निकली,
आशन गर्त,
पाटन शर्त
पर जर्रा याद तो रक्खो,
घूम फिर के आ जाना वहीं,
क्योंकि ये धरा, व-सुधा, वसुन्धरा मही
सुनते हैं,
और कहती ही शब्द संरचना भू…गोल
यानी ‘कि लिये हुये आवर्त
ओम् नमः
सबसे क्षमा
सबको क्षमा
ओम् नमः
ओम् नमः
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