सवाल
आचार्य भगवन् !
आप दिग्गज सन्तों में से एक हैं
आज आपका सानी पूरी दुनिया में नहीं है
ऐसा प्रत्येक मंच एक सुर से घोषणा करता है ? आपको क्या लगता है
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
जवाब…
लाजवाब
अच्छा
दी (The) गज
मगर भाई, गज का माप ही कितना
सुनते है,
गज भर की जुबान
और जमा…ना
‘न’ तो चन्द्र बिन्दु ने उड़ा दिया
जुबाँ
और ‘वा’ के साथ विकल्प रक्खा
यानि ‘कि जुड़ा ही रहे ऐसा है कहाँ पक्का
सो अब बच्चा जुँ
और जुँ कद ही कितना
बालों के साथ खेलता
लुका-छिपी
आज किस्से छुपी
ये बात
पन्ने पन्ने छपी
और आप कह रहे
दिग्गज सन्तों में से एक मैं
यानि ‘कि दिग्गज सन्त नेक
नेक दिल छोड़ के बस एक मैं
प्रभु संभालो हमें
ओम् नमः
सबसे क्षमा
सबको क्षमा
ओम् नमः
ओम् नमः
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