सवाल
आचार्य भगवन् !
दिन भर एक ही आसन से बैठे बैठे
आपकी कम्मर जवाब नहीं देने लगती है
पल-पलक आप टिकते भी तो नहीं ,
भगवन् ! टिक तो जाया कीजिये दीवाल से,
भगवन् ! क्यूँ नहीं टिकते हैं आप दीवाल से
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
जवाब…
लाजवाब
सही
अनजाने ही
हुई भी’तर आँख कृपा है
प्रश्न में ही उत्तर छिपा है
टिकते है दीवाल से
‘The’ बाल-से
और आप खुद ही कहते हैं
‘के हम सभी आपके बाल-गुपाल से
सो टिको आप
और मेरे लिये नापने
मन माने,
अपने घर के न दिखाओ माप
तुम्हें तो बच्चा समझ,
वो कर देगा माफ
पर मेरा मु… आफ् हो जायेगा
कल उसके सामने से हैं जो गुजरना
फिर तो मेरी खैर ना
ओम् नमः
सबसे क्षमा
सबको क्षमा
ओम् नमः
ओम् नमः
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