सवाल
आचार्य भगवन् !
गोम्मटेश के दर्शन के समय,
चढ़ाव पर आप खड़े हैं,
श्री फल आपके हाथों की शोभा बढ़ा रहा है,
द्रव्य की सुनहली पोटली दूसरे हाथ में है,
वह फोटो जब-कभी ‘वायरल’ होता रहता है
भगवन् ! बताईये भी,
‘कि आपने वो फोटो खिंचाया था,
या किसी ने इत्तेफ़ाक से खींच लिया था ?
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
जवाब…
लाजवाब
जो खिंचाते हैं
वो खींच भी लाते हैं
फिर आपको कहाँ से मिलता
‘फोटू’
अब तक तो फट-फाट
सैर-सपाट कर रहा होता
कोन-कोन
बैठ काँधे ‘पौन’
और यह ‘तलब’
तलक मरी, पीलू, तोता, ‘गिनी’
विद्याधर मनुआ
सदा-सर्वदा रहा इससे अनछुआ
ओ !
ज्ञानवान
कुछ समाधान हुआ
ओम् नमः
सबसे क्षमा
सबको क्षमा
ओम् नमः
ओम् नमः
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