सवाल
आचार्य भगवन् !
कमण्डल नारियल का ही क्यों रखते हैं आप,
पीछी पीछे क्यों रखते हैं आप,
और उपकरण एक-एक ही आपके पास दिखा
जब कभी भी देखा,
क्यों भगवन् ? नेक से जुड़ने का मन नहीं करता है
नेक रस्ते पर चलने के बाद भी, अद्भुत
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
जवाब…
लाजवाब
बड़ा प्यारा शब्द है नारियल
ना…’रियल’
कमण्डल सो मोक्ष मार्ग नहीं
रियल बात तो यह है
ढ़ेेर लग, मेर सा बना
कमण्डल का
पीछी का भी
तभी पीछे रखते
पीछिका भी
‘के कभी
बिना कमण्डल, बिना पीछी
भाँत श्री…जी
रहें निर्विकल्प
विरहित जल्प
नेक में तो द्वन्द
एक में आनन्द
सो उप…कारक मान के
संख्या एक न उलाँघ के
सुमरण करता हूँ
पल-पल सु-मरण करता हूँ
ओम् नमः
सबसे क्षमा
सबको क्षमा
ओम् नमः
ओम् नमः
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