सवाल
आचार्य भगवन् !
कई रिश्ते रंग रूप की वजह से
जुड़ते-जुड़ते टूट जाते है
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
जवाब…
लाजवाब
गोरे रंग ‘से कॉलर दो दिन तो उठ सकती है
पर ध्यान रखना चाहिए हमें
जिन्दगी चार दिन की है
काले जनमे
हाँ…भाई हाँ…
मिथ्यात्व कालिमा के साथ जन्म लिया है हमनें
का…ले…जनमे
कहते शर्माऊँ सचाई हा ! खाली हाथ जन्म लिया है हमनें
और परिणाम किसी के गोरे
तो एक सुर से कहाँ दिश्-दश ने गो’रे
‘य: शान्त राग रुचिभि:’
कहा भक्तामर स्त्रोत में
सो जानवी…
ओम् नमः
सबसे क्षमा
सबको क्षमा
ओम् नमः
ओम् नमः
Sharing is caring!