सवाल
आचार्य भगवन् !
हवा के अक्षर पलटते ही
वा…ह निकला
पर
भगवान् ये वाह कहता कौन इससे
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
जवाब…
लाजवाब
कोन-कोन यही कहता है
काम इच्छा ना करो
काम अच्छा सा करो
खुशबू
चार शू
लाना ले जाना
बिठा काँधे अपने
हवा ने
माना कभी बोझा ना
तभी
सुबहो, सुबहो
आ जाया करती रोजाना
‘के आ देते हवा
शुभ हो… शुभ हो
सो
भले करो रोजा ‘ना’
आत्म- राम !
काम भले करो रोजाना
सिवा नेक काम
खो जाना सब एक शाम
कौन-कौन नहीं कहता है
कोन-कोन यही कहता है
ओम् नमः
सबसे क्षमा
सबको क्षमा
ओम् नमः
ओम् नमः
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