सवाल आचार्य भगवन् !पलकेंपल के लिये ऐसा क्यों कहते हैं आपनमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्, नमोऽस्तु भगवन्,
जवाब…लाजवाबदूसरी, तीसरीजितनी दफा देखाअन्तर् पटल परगहरा केऔर गहरा केखिंचती रेखाआँख मूँदते हीअब फिल्म होगी रूबरूऔर सहजो निराकुलता होगी अब छू
सुनो, खुदबखुद कहती पलकेंपल के लिये खोलोफिर…के भीतर खो…लोओम् नमःसबसे क्षमासबको क्षमाओम् नमःओम् नमः
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