loader image
Close
  • Home
  • About
  • Contact
  • Home
  • About
  • Contact
Facebook Instagram

जवाब लाजवाब आचार्य श्री जी

जवाब लाजवाब -355

By मुनि श्री निराकुल सागर जी महाराज 

सवाल
आचार्य भगवन् !
मन मेरा स्पष्ट वादिता के बहाने
बचकानी हरकत करने से
जब कभी मुॅंह की का बैठता है क्या करूॅं
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,

जवाब…
लाजवाब
देता ही जीत क्या ?
ढ़हा देता है
महल ताश प्रीत का
बन सके, चुनो हार
बरखुदार

काम के छेद से बड़ी बोल लो
बातें
छोटी-मोटी जल्दी घर कर जातीं हैं
बोलने से पहले जर्रा तोल लो

चल…
दे आते अनेकान्त का तराजू
अपने ‘भेजे’ को
ताकि,
छोटी-छोटी बातों को
करके लम्बी चौड़ी
दिल के पास न भेजे वो

बो…लो
पर रखना याद
अब कुछ-न-कुछ उगेगा
सही, कल बाद
भले न पल बाद
ओम् नमः
सबसे क्षमा
सबको क्षमा
ओम् नमः
ओम् नमः

Sharing is caring!

  • Facebook
  • Twitter
  • LinkedIn
  • Email
  • Print

Leave A Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*

*


© Copyright 2021 . Design & Deployment by : Coder Point

© Copyright 2021 . Design & Deployment by : Coder Point