सवाल
आचार्य भगवन् !
स्वाध्याय किया करो आप ऐसा कहते हैं
क्या फायदा है इससे
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
जवाब…
लाजवाब
फायदा ही फायदा ही है
वायदा व्यापार जैसा नहीं है यह
जिसमें सुबह करोड़-पति,
शाम रोड-पति,
देखो,
जिन्होंने कोई बात पहली बार सुनी हो,
वे सामने वाले का मुँह देखते रहते हैं
और जिसे कुुछ थोड़ी बहुत जानकारी है,
वो नाड़ हिलाता है
और हमने गौर होगा
कबूतर का गर्दन आगे पीछे करना
यानि ‘कि
बढ़ना
सिर हिलाना बढ़ने का लक्षण है
अब हमें देखना है
‘कि हम लौकिक क्षेत्र में हिलाते हैं नाड़
या पारलौकिक क्षेत्र में,
उसी ओर बढ़ेगें
सो जानवी
ओम् नमः
सबसे क्षमा
सबको क्षमा
ओम् नमः
ओम् नमः
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