सवाल
आचार्य भगवन् !
‘तन भला,
मन मन चला’
ऐसा क्यों कहते हैं
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
जवाब…
लाजवाब
कपड़े नहीं,
पहनानी पड़ती, टोपी मन को,
ज्यादा ठण्ड न लगती तन को
पेड़े पकोड़े नहीं,
खिलानी पड़ती, जर्रा सी गम्म मन को
कोई ज्यादा भूख न लगती तन को
कूलर पंखे नहीं,
राम नाम मनके थमाने पड़ते मन को,
कोई ज्यादा गर्मी न लगती तन को
सो जानवी
ओम् नमः
सबसे क्षमा
सबको क्षमा
ओम् नमः
ओम् नमः
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