सवाल
आचार्य भगवन् !
छल-कपट की वजह, क्या है ?
कृपया बतलाने की कृपा कीजिए
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
जवाब…
लाजवाब
छल-कपट की वजह पहली,
एक झूठ को छुपाने,
बोलना झूठ पे झूठ
पर जर्रा याद तो रक्खो,
साँच को आंच कहाँ ?
और पाप का घड़ा,
बोलता ही बोलता डुप्प,
लगते-लगते किनार,
छल-कपट की वजह अगली,
पेट छोड़,
पेटी से रिश्ता जोड़,
मचाना लूट पे लूट,
पर जर्रा याद तो रक्खो,
काठ की हाड़ी
चढ़ सकी कब,
अग अंगार पर दूजी बार,
छल-कपट की वजह असली,
इतना तो चलता है,
यह कहकर,
मनमानी लेते जाना छूट पे छूट
पर जर्रा याद तो रक्खो,
मनमाने नहीं,
चलते हैं खरे
बाँट बटखरे,
चलाती जो सरकार,
मैंने खोज,
देर रात तलक, जागकर रोज,
तब छल-कपट की वजह निकली,
शेखी बघारते हुये, गंगा की धार पर
गाड़ना खूट अटूट,
पर जर्रा याद तो रक्खो,
क्या खरीद सकते हो,
समय का एक वो छोटा सा क्षण,
देकर भी अपना पूरा का पूरा जमा धन,
जमा करने में जिसे
पूरा का पूरा जीवन किया निसार
ओम् नमः
सबसे क्षमा
सबको क्षमा
ओम् नमः
ओम् नमः
Sharing is caring!