सवाल
आचार्य भगवन् !
माटी मूक है, या बोलती
चूँकि दोनों ही प्रकाश में आ चुकी हैं
भगवन् पूरक है एक दूसरे की,
या फिर कुछ और ?
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
जवाब…
लाजवाब
होशियार लगते हो
हो ! शियार लगते हो
फिर भी,
कोई बात नहीं
होश…यार हमारा
न मकसद जीत-हार हमारा
सुनो,
बोल…ति
तिय यानि ‘कि स्त्री
तान अपनी ‘तान’
इतना बोल भी
टू दी प्वाइंट कहाँ बोलती
सो मूक ही
और स्वयं बोलता शब्द मूक
मुँ…क्या
न चेहरा ही ‘बोल…वाला’
आँख भी
वो भी भाषा अनक्षरी
ओम् तो अक्षर ही
फलतः बोलते सभी
सो दोनों पूरक क्या
अपने आप में संपूर इक, एक है
काल जयी लेख हैं
ओम् नमः
सबसे क्षमा
सबको क्षमा
ओम् नमः
ओम् नमः
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