सवाल
आचार्य भगवन् !
लोगों को आपके सपने आते हैं,
आये दिन सुनने में आ जाता है,
‘के आज गुरु जी को आहार दिया मैंने,
पड़गाहन करके,
तो भगवन् !
क्या ऐसा भी कोई पुण्यात्मा जीव है,
जिसके यहाँ आपका आहार हुआ,
आपने देखा हो सपने में,
यानि ‘कि कभी आपके मन में भी किसी विशेष दाता के यहाँ आहार का विकल्प उठता है क्या ?
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
जवाब…
लाजवाब
सुनिए,
वो आप भी हो सकते हैं
बस अन्तरंग से जोड़ना
नाता
तोड़ना जंग से
पारस तो पारस है
सारी कभी लोहे की ओर से
‘कि कृपा बरसे
आ… बनते चन्दना
देव तो आतुर खड़े
लिये पुष्प सुगंधित बड़े
चावल पीले
नैन पनीले
गीत,
संगीत
अमोल
गद-गद बोल
करने वन्दना
आ… बनते चन्दना
ओम् नमः
सबसे क्षमा
सबको क्षमा
ओम् नमः
ओम् नमः
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