सवाल
आचार्य भगवन् !
खूब चर्चित रहा है आगम में
मुनि परिषद में
साक्षी भाव
यह है क्या भला
सरल से सरल शब्दों में बतला दीजिए
थोड़ी सी मोटी बुद्धि जो है हमारी
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
नमोऽस्तु भगवन्,
जवाब…
लाजवाब
सुनिये
बड़ा शयाना है मन
पड़ोसी की झोपड़ी ने
कहीं से आग पकड़ ली
मन साक्षी भाव से देख रहा है
‘के झोपड़ी जल रही है
मन ही मन कह रहा है मन
मैं कर ही क्या सकता हूँ
बस दुआ पढ़ सकता हूँ
और जोर से पढ़ने लगा स्वस्ति वह
इत्तफाक से आग बुझ चली
तब उसने झोपड़ी वाले मित्र को
बुलाकर के कहा
देखा
जल नहीं,
दृग् जल से बुझती है आग
और एक दिन
इसी व्यक्ति की झोपड़ी में
लग चली आग
साक्षी भाव से देखने वाला
दुआएं पढ़ने वाला
वही मन आज
पानी लेकरके बुझाने का उद्देश्य ले
मेहनत मशक्कत में
लग चल है
हाँ पढ़ रहा वह पड़ोसी
स्वस्ति पढ़ रहा है
जाने कैसा है जमा…ना
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